TICCI
ट्राइबल इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (TICCI) एक अग्रणी संगठन है, जो आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह संगठन आदिवासी प्रतिभा और मुख्यधारा के बाजारों के बीच सेतु का काम करता है, ताकि आदिवासी उद्यमियों को आवश्यक संसाधन, प्रशिक्षण और नेटवर्किंग अवसर प्रदान किए जा सकें।
TICCI वर्तमान में 15 राज्यों में सक्रिय है और आदिवासी उद्यमियों को उद्यमिता प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और बड़े उद्योगों के साथ जुड़ने के अवसर प्रदान करता है। वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम जैसे प्रयासों के माध्यम से, यह संगठन आदिवासी विक्रेताओं को बड़ी कंपनियों से जोड़ता है, जिससे वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं और बाजार में अपनी पहचान बना सकते हैं। साथ ही, यह उद्यमियों को वेंचर कैपिटल, नेशनल एससी/एसटी हब और सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करता है।
TICCI खाद्य प्रसंस्करण, कृषि, हस्तशिल्प और आधुनिक तकनीक जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है, जो सतत विकास और नवाचार को बढ़ावा देते हैं। यह आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित रखते हुए आर्थिक अवसर सृजित करने पर जोर देता है। संगठन के माध्यम से कई सफलता की कहानियां यह दिखाती हैं कि कठिन परिश्रम, रचनात्मकता और दृढ़ संकल्प से आदिवासी समुदायों का कायाकल्प संभव है।
TICCI का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को रोजगार के पारंपरिक मार्गों से आगे बढ़ाकर व्यवसाय में पहचान बनाने के लिए प्रेरित करना है। इसका प्रयास न केवल आदिवासी समुदायों का सामाजिक और आर्थिक उत्थान करता है, बल्कि उन्हें भारत की व्यापक आर्थिक संरचना का अभिन्न हिस्सा भी बनाता है।
दृष्टिकोण और मिशन
TICCI का दृष्टिकोण एक ऐसा भविष्य है जिसमें आदिवासी समुदाय न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था में सक्रिय योगदान देते हैं बल्कि अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान को भी बनाए रखते हैं। इसका मिशन आदिवासी उद्यमियों को वे संसाधन, प्रशिक्षण और नेटवर्क प्रदान करना है जो उन्हें प्रतिस्पर्धी व्यावसायिक परिदृश्य में सफल होने के लिए आवश्यक होते हैं। यह नवाचार को बढ़ावा देकर और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करके सुनिश्चित करता है कि आदिवासी व्यवसाय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
मुख्य क्षेत्र
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उद्यमिता विकास:
TICCI प्रशिक्षण कार्यक्रमों, वेंडर विकास पहलों और नेटवर्किंग कार्यक्रमों का आयोजन करता है ताकि आदिवासी उद्यमियों को कौशल और ज्ञान से सशक्त बनाया जा सके। ये कार्यक्रम कृषि, हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण और तकनीक जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर केंद्रित होते हैं। -
नीति समर्थन:
संगठन आदिवासी व्यवसायों की चुनौतियों से निपटने के लिए सरकारी नीतियों को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह नीति निर्माताओं के साथ मिलकर ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास करता है जिसमें उद्यमिता फल-फूल सके। -
नेटवर्किंग और सहयोग:
TICCI आदिवासी उद्यमियों को कॉर्पोरेट्स, वेंचर कैपिटलिस्ट्स और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ जोड़ता है, जिससे व्यवसाय की वृद्धि और नए साझेदारी के अवसर मिलते हैं। -
सहायता संरचनाएं:
मेंटरशिप से लेकर वित्तीय सहायता तक, TICCI आदिवासी व्यवसायों को सामाजिक और आर्थिक बाधाओं को पार करने में सक्षम बनाने के लिए एक पूर्ण सहायता प्रणाली प्रदान करता है।
उपलब्धियां
TICCI 15 से अधिक राज्यों में अपनी सेवाएं दे रहा है, जहां इसने हजारों आदिवासी उद्यमियों को प्रशिक्षित किया है और कई सफल व्यवसायों की स्थापना में मदद की है। यह समुदायों को उनके प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधनों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे दीर्घकालिक सामाजिक और आर्थिक लाभ होते हैं।
पहल और कार्यक्रम
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वेंडर विकास कार्यक्रम:
TICCI जैसे उद्योगों के साथ मिलकर वेंडर विकास कार्यक्रम आयोजित करता है ताकि आदिवासी उद्यमी बड़े उद्योगों के लिए विश्वसनीय वेंडर बन सकें। -
कौशल विकास:
कार्यशालाओं और प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से, TICCI आदिवासी युवाओं को उद्योग-प्रासंगिक कौशल प्रदान करता है ताकि वे विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा कर सकें। -
महिला उद्यमियों का समर्थन:
संगठन महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों को बढ़ावा देता है ताकि आदिवासी समाज में समावेशी आर्थिक विकास सुनिश्चित हो सके। -
बाजार संपर्क:
TICCI आदिवासी उत्पादों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच को सुगम बनाता है, जिससे उचित कीमत और अधिक मान्यता मिल सके।
भविष्य की दिशा
TICCI का दृष्टिकोण आदिवासी समुदायों की भागीदारी को भारत की आर्थिक प्रगति में बढ़ावा देना है। एक उद्यमशील मानसिकता को बढ़ावा देकर और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करके, TICCI आदिवासी समुदायों की सामाजिक-आर्थिक गतिशीलता को बदल रहा है। जैसे-जैसे यह बढ़ता है, TICCI का उद्देश्य अपनी पहुंच, प्रभाव और नेटवर्क को और भी विस्तृत करना है।