सामाजिक, आर्थिक, संवेधानिक जागरूकता, स्वशासन व्यवस्था, पाँचवी अनुसूची क्षेत्र, सुचना का अधिकार पर दो दिवसीय कार्यशाला 22 और 23 अप्रैल 2023 को ईचागढ़ (चांडिल), झारखंड में होने वाली है। कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न अधिकारों, ज्वलंत एवं महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी देना है, जो सामुदायिक विकास और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हैं। यह कार्यक्रम एक व्यावहारिक और सूचनात्मक अनुभव होने का वादा करती है, जो सामाजिक व्यवस्थाओं, संवैधानिक अधिकारों, पारंपरिक ग्राम सभा, आरटीआई अधिनियम और आर्थिक विकास की भूमिका पर प्रकाश डालेगा।
कार्यशाला के पहले दिन सामाजिक व्यवस्थाओं के महत्व और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका पर चर्चा के साथ शुरू होगी। पारंपरिक ग्राम सभा को सामाजिक व्यवस्था के एक आवश्यक घटक के रूप में भी खोजा जाएगा और शासन में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है। प्रतिभागियों को नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों से भी परिचित कराया जाएगा, विशेष रूप से जो भारतीय संविधान में निहित हैं, और सामाजिक कल्याण और विकास को बढ़ावा देने के लिए उनका कैसे लाभ उठाया जा सकता है।
दूसरे दिन, कार्यशाला भारतीय संविधान की पांचवीं अनुसूची में तल्लीन होगी, जो आदिवासी क्षेत्रों के प्रशासन और शासन के लिए विशेष प्रावधान प्रदान करती है। प्रतिभागी यह पता लगाएंगे कि आदिवासी समुदायों के कल्याण और विकास को बढ़ावा देने के लिए इन प्रावधानों का उपयोग कैसे किया जा सकता है। कार्यशाला आरटीआई अधिनियम का गहन विश्लेषण भी प्रदान करेगी और शासन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने के लिए एक उपकरण के रूप में इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है। अंत में, कार्यशाला सामाजिक जागरूकता और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने में आर्थिक विकास की भूमिका पर स्पर्श करेगी। प्रतिभागी यह पता लगाएंगे कि कैसे आर्थिक विकास को अधिक समावेशी बनाया जा सकता है और हाशिए पर रहने वाले आदिवासी समुदायों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए इसका लाभ कैसे उठाया जा सकता है।
कार्यशाला एक इंटरैक्टिव और आकर्षक घटना होने का वादा करती है, प्रतिभागियों को क्षेत्र में विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने और सामाजिक जागरूकता और शासन से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण साझा करने का अवसर प्रदान करती है। इस कार्यक्रम में सरकारी अधिकारियों, नागरिक समाज संगठनों, शिक्षाविदों और स्थानीय समुदाय के सदस्यों सहित प्रतिभागियों के विविध समूह आने की उम्मीद है।
ईचागढ़, झारखंड में होने वाली सामाजिक जागरूकता और सव्शासन व्यवस्था पर दो दिवसीय कार्यशाला प्रतिभागियों के लिए एक मूल्यवान अनुभव होने का वादा करती है। सामाजिक व्यवस्थाओं, संवैधानिक अधिकारों, पारंपरिक ग्राम सभा, आरटीआई अधिनियम और आर्थिक विकास से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में जानकारी प्रदान करके, कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को अंतर्दृष्टि और ज्ञान प्रदान करेगी जिसका सामुदायिक विकास और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए लाभ उठाया जा सकता है। आशा है आप सभी इस कार्यशाला में शामिल होंगे।
दो दिवसीय सामाजिक एवं संवैधानिक प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने के लिए अपना Online Registration निचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के जरुर करें। जोहार 🙏
Registration Click Here
इस जानकारी को अधिक से अधिक लोगो को और कम से कम एक ग्रुप 👨👩👧👦 में जरुर शेयर करें। ताकि लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सके ।
#ShareKaro दुआ मिलेगी 👍
Comments