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Tribal Enterpenuor Program 2.0

अपडेट करने की तारीख: 9 दिस॰

ट्राइबल एंटरप्रेन्योर प्रोग्राम 2.0


तारीख: 8 दिसंबर 2024

स्थान: TCC, सोनारी


आज की बैठक आदिवासी उद्यमीयों के विकाश के लिए "ट्राइबल एंटरप्रेन्योर प्रोग्राम 2.0" जो TICCI के द्वारा आयोजित और संचालित कार्यक्रम का दूसरा संस्करण के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक किया गया, जिसमें झारखंड के विभिन्न हिस्सों से आए ट्राइबल एंटरप्रेन्योरों ने अपने अनुभव, चुनौतियाँ और सफलता की कहानियाँ साझा कीं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नए एंटरप्रेन्योरों को प्रेरित करना और ट्राइबल एंटरप्रेन्योरों की सामूहिक प्रगति पर चर्चा करना था, जो ट्राइबल इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (TICCI) के नेतृत्व में हो रहा है।


मुख्य वक्ता और योगदान:

बसंत तिर्की, राष्ट्रीय महासचिव TICCI

बसंत तिर्की ने बताया कि TICCI ने 15 राज्यों में अपने कार्यों का विस्तार किया है और ट्राइबल समुदायों में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा दिया है।


TICCI ने जमशेदपुर और चाईबासा जिले में 700 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया है, जिनमें से 300 से अधिक ने अपने व्यवसायों को सफलतापूर्वक स्थापित किया है और बाकी लोग का भी क्रियान्वयन जारी हैं, संगठन ने विभिन्न समुदायों के व्यक्तियों को एंटरप्रेन्योर बनने में मदद की है और उन्हें उचित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि टिक्की पिछले चार वर्षों से राज्य सरकार से आदिवासी उद्यमिता बोर्ड का गठन की मांग कर रही है. नयी हेमंत सोरेन की सरकार से इस दिशा में सहयोग की उम्मीद है। आदिवासी उद्यमिता बोर्ड के गठन होने से झारखंड के तकरीबन 30 से 40 लाख बरोजगार युवाओं को सीधे तौर से फायदा पहुंचेगा और स्वरोजगार से जुड़ सकंगे. इसके साथ ही बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन भी होगा। इस आदिवासी उद्यमिता कार्यक्रम 2.0 में ग्रामीण क्षेत्रों में सूक्ष्म उद्यम पर फोकस किया जा रहा हैं, गांव-गांव में सूक्ष्म उद्यम स्थापित करने की दिशा में काम किया जायगा.



राज मार्डी (सराईकेला चैप्टर) के सचिव ने अपना अनुभव को बताते हुए कहा कि TICCI के साथ 2018 में जुड़ने के अपने सफर के बारे में बताया। 2022 में उनके टाटा स्टील के साथ पंजीकरण ने उनके व्यवसायिक यात्रा को एक महत्वपूर्ण मोड़ दिया। अपने मेहनत, धैर्य और निरंतरता की महत्ता पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा कि अबतक में उन्होंने 80 लाख रुपये के प्रोजेक्ट के साथ टाटा स्टील के साथ काम कर रहे हैं।


रामलाल महाली ने 476 में से 56 वस्तुओं के लिए L1 स्थान प्राप्त करने और 4 महीने में 12 लाख रुपये का काम पूरा करने की अपनी सफलता की कहानी को साझा किया।


उन्होंने नये उधमियों के लिए व्यवसायिक सौदों में गुणवत्ता बनाए रखने और धैर्य रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।


विनय मिंज ने अपना यात्रा जो 2019 में TICCI से जुड़े थे, ने अपने IT क्षेत्र में काम करने के बाद शहद व्यवसाय में प्रवेश करने की अपनी कहानी साझा की।


उन्होंने बताया कि उन्होंने कहा की छोटी सी निवेश से शहद उत्पादन शुरू किया और अब वे चार राज्यों में काम कर रहे हैं, जिसमें झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।


उन्होंने इस उद्योग में सफलता प्राप्त करने के लिए समर्पण और मेहनत की आवश्यकता को बताया।


उन्होंने अपने प्रेरणादायक भाषण में अपनी एंटरप्रेन्योरशिप यात्रा को साझा करते हुवे ट्राइबल एंटरप्रेन्योरों को एकजुट होकर मजबूत नेटवर्क बनाने के लिए प्रेरित किया।


आनंद खाखलो (CKP) ने अपनी व्यक्तिगत कहानी को बया करते हुए कहा कि YouTube वीडियो से प्रेरित होकर वे हैंड वॉश बनाने का फॉर्मूला सीखा और FMCG व्यवसाय में कदम रखा, उन्होंने भी अपनी उद्यमी बनने तक की यात्रा को साझा किया। उनका व्यवसाय कार शैंपू, हार्पिक और परफ्यूम जैसी उत्पादों की बिक्री में शामिल है। आनंद ने अपने ब्रांड का नाम "एरा" रखा है।


विशिष्ट अतिथि के रूप में एफसीआइ दिल्ली के डिप्टी डायरेक्टर गंगाराम गागराई ने अपने सामुदायिक कार्य के बारे में बात की, जिसमें हर घर बिरसा के अभियान के तहत बिरसा मुंडा के आदर्शों को चल रहे है और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के साथ उनका सहयोग शामिल है।


उन्होंने फूड ऑर्गनाइजेशन के साथ अपने अनुभव साझा किए और खाद्य उद्योग में गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने की महत्ता पर जोर दिया।


अनमोल पिंगुआ, सचिव, पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) चैप्टर के द्वारा वहां के आदिवासी युवाओं को

  • उद्यमिता जागरूकता,

  • वेंडर विकास कार्यक्रम,

  • आदिवासी भागीदारी पर जोर दे कर खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र (मोरिंगा, महुआ, इमली ) आदि उत्पाद के साथ काम कर रहे हैं।


आदिवासी उद्यमिता विकास के लिए चुनौतियाँ और रणनीतियाँ:

  • एंटरप्रेन्योरों ने वित्तीय बाधाएँ, सीमित संसाधन और बड़े कंपनियों से प्रतिस्पर्धा जैसी विभिन्न चुनौतियों का सामना करने की बात आती हैं ।


  • व्यवसायिक सौदों में गुणवत्ता बनाए रखने और बाजार की परिस्थितियों को समझने की महत्ताओं को भी समझने की आवश्यकता हैं।


  • TICCI और टाटा स्टील से मिले समर्थन ने प्रशिक्षण, नेटवर्किंग और अवसरों को सुलभ बनाया है।


ट्राइबल एंटरप्रेन्योरों के लिए अवसरों का विस्तार:

बैठक में ट्राइबल एंटरप्रेन्योरों के लिए एक मजबूत नेटवर्क बनाने पर चर्चा की गई, जिससे उन्हें बाजार, फंडिंग और मेंटोरशिप तक पहुंच मिल सके।


नए एंटरप्रेन्योरों को शहद उत्पादन, हैंड वॉश और खाद्य प्रसंस्करण एवं अन्य व्यवसायों में काम करने के लिए प्रेरित किया गया, जो बाजार में अच्छा अवसर प्रस्तुत कर रहे हैं।


नई नेतृत्व की नियुक्तियाँ:

राज मार्डी जो सराईकेला जिले का सचिव के रूप में कार्यरत हैं और टिक्की के प्रतिनिधि के द्वारा, पूर्वी सिंहभूम चैप्टर के लिए इस बैठक में विभिन्न पदों के लिए कमेटी का गठन किया गया। इसमें निम्नलिखित पदाधिकारी मनोनीत किए गए:


जिला अध्यक्ष: रामलाल माहली

जिला उपाध्यक्ष: जोसेफ कांदिर

जिला सचिव: सौरव बेसरा

जिला सह सचिव: सुबोध लकड़ा

जिला कोषाध्यक्ष: कुंवर नाग


शंकर सेन माहली को TICCI के सूचना समन्वयक के रूप में झारखंड चैप्टर पर नियुक्त किया गया, ताकि TICCI के सूचना नेटवर्क को मजबूत किया जा सके।


भविष्य की दृष्टि और प्रेरणा:

गंगाराम गहराई ने एकजुट रहने, एक-दूसरे से सीखने और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने सभी को दूसरों की संघर्षों और सफलताओं से प्रेरणा लेने के लिए कहा।


मुख्य अतिथि बहालिन चंपिया जी का विशेष संबोधन

जो प्रबंधक, कॉर्पोरेट मामलों और संचार, पब्लिक रिलेशन्स मैनेजर, टाटा स्टील में कार्यरत हैं ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और सामुदायिक उत्थान में सहयोग का आह्वान किया और उन्होंने एकता, मेहनत, और नवाचार को आदिवासी व्यवसायों की प्रगति का आधार बताया गया।


बैठक का समापन बसंत तिर्की द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिन्होंने नए पदाधिकारियों को बधाई दी और सभी उपस्थित लोगों को उनके एंटरप्रेन्योरशिप सफर में सफलता की शुभकामनाएँ दी। साथ ही बताया कि एकजुटता, साझा सीखने और सामूहिक विकास के आह्वान के साथ हुआ। उपस्थित सभी लोग धैर्य और समर्पण के साथ अपने व्यापारिक सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित हुए। इस बैठक में आए नए युवा और एंटरप्रेन्योर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।

यह कार्यक्रम आदिवासी समुदायों के लिए एक टिकाऊ उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा, जिसमें उनकी विशिष्ट क्षमताओं और संसाधनों पर ध्यान केंद्रित किया गया।


जोहार 🙏

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